नवबिहार टाइम्स संवाददाता
औरंगाबाद। आज जिला पदाधिकारी श्रीकांत शास्त्री द्वारा अगामी चैती छ्ठ मेला 2025 के तैयारी एवं विधि व्यवस्था के मद्देनजर समाहरणालय सभाकक्ष में सभी जिला स्तरीय एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी के साथ समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिला पदाधिकारी ने बताया कि जिले के देव प्रखंड में पौराणिक सूर्य मंदिर होने के कारण आस्था का पर्व छठ बड़े ही श्रद्धा भक्ति एवं आस्था के साथ मनाया जाता है जिसकी ख्याति दूर-दूर तक सुनने को मिलती है। यहां लाखों की संख्या में अन्य जिले एवं दूर दराज क्षेत्रों से तथा राज्य के बाहर के व्रतियों छठ व्रत करने आते हैं। देव मेला के सफल आयोजन में मेला क्षेत्र में विधि व्यवस्था बनाए रखने एवं श्रद्धालु भक्तों को समुचित सुविधा प्रदान करने की स्थानीय लोगों की भागीदारी भी अपेक्षित है।
जिला पदाधिकारी के द्वारा बताया गया कि छठ पर्व के अवसर पर देव में आने वाले व्रतियों एवं श्रद्धालुओं के लिए आवासन की समुचित व्यवस्था किया जाना है। मेला परिसर में आवासन व्यवस्था को स्थल चिन्हित करने का दायित्व प्रखंड विकास पदाधिकारी देव एवं अंचल अधिकारी देव को सौंपा गया। बैठक जिला पदाधिकारी द्वारा निदेश दिया गया देव को जोड़ने वाली सभी सङकों की मरमती छठ मेला प्रारंभ होने से पूर्व करा लेने का निर्देश संबंधित कार्यपालक अभियंता को दिया गया। क्योंकि देव को जोड़ने वाली सङकें जिससे श्रद्धालुओं, व्रतियों सूर्यकुंड, रूद्रकुंड, सूर्य मंदिर आदि प्रमुख स्थानों पर पहुंचते हैं उनमें काफी संख्या में भीड़ रहती है।
कार्यपालक अभियंता भवन प्रमंडल को निर्देश दिया गया कि देव मेला क्षेत्र में आने वाली सड़क के साथ-साथ दोनों तालाबों पर मजबूती के साथ बैरिकेडिंग का कार्य करना सुनिश्चित करेंगे ताकि किसी भी प्रकार का दुर्घटना ना हो सके। कार्यपालक अभियंता लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण को निर्देश दिया गया कि मेला अवधि के दौरान पेयजल की व्यवस्था हेतु बंद पड़े चपकालों की मरम्मती करवाना सुनिश्चित करेंगे एवं मेले के दौरान 24 घंटे पेयजल की आपूर्ति अथवा आवश्यकता अनुसार टैंकर का भी व्यवस्था करेंगे। कार्यपालक अभियंता विद्युत को निर्देश दिया गया कि मेला अवधि के दौरान अर्ध्य के समय छोड़कर पूरे दिन निर्वाध रूप से विद्युत आपूर्ति करना सुनिश्चित करेंगे साथ ही ढीले एवं जर्जर तार को ठीक करने एवं जले हुए ट्रांसफार्मर को बदलने का शीघ्र निर्देश दिए। साथ ही साथ देव मुख्यालय में अवस्थित सभी बिजली पोल एवं सड़क के किनारे बल्ब लगाने का निर्देश दिया गया।
सिविल सर्जन औरंगाबाद को निर्देश दिया गया कि सूर्य मंदिर के समीप एवं अन्य स्थानों पर स्वास्थ्य शिविर लगाना सुनिश्चित करेंगे। साथ ही साथ अप्रिय घटना से निपटने के लिए एंबुलेंस एवं स्ट्रेचर का भी पर्याप्त व्यवस्था करेंगे। छठ मेला अवधि में सभी दिशाओं से आने वाली वाहनों की पार्किंग के लिए जिला परिवहन पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी के साथ मिलकर एक नजरी नक्शा तैयार करेंगे की किस मार्ग से व्रतियों एवं श्रद्धालुओं मेला क्षेत्र में आएंगे। मेले में आने वाले वाहनों को पार्किंग का पूरी व्यवस्था की जिम्मेदारी इन्हें दिया गया। विधि व्यवस्था की जिम्मेदारी अनुमंडल पदाधिकारी औरंगाबाद एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी औरंगाबाद को सौंपा गया। जिला पदाधिकारी के द्वारा निर्देश दिया गया मेला क्षेत्र में व्रतियों एवं श्रद्धालुओं की सुरक्षा की दृष्टिकोण से पर्याप्त संख्या में महिला पुलिस की प्रतिनियुक्ति करने का निर्देश दिया।
आकस्मिकता से निपटने हेतु एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीम को प्रतिनियुक्त करने हेतु आपदा प्रबंधन विभाग से मेला प्रारंभ होने से पूर्व ही अनुरोध करने निर्देश दिए। इसके अलावा तालाब के पास पर्याप्त मात्रा में लाइफ जैकेट, गोताखोर आदि की व्यवस्था भी अनिवार्य रूप से करना सुनिश्चित करेंगे। बैठक में यह भी निर्णय लिया पूर्व की भांति इस बार भी नियंत्रण कक्ष व्यवस्था की जाएगी जिसमें एक दंडाधिकारी एवं एक पुलिस पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। नियंत्रण कक्ष में आवश्यकता अनुसार वॉलिंटियर्स एवं एनसीसी के वॉलिंटियर्स की प्रतिनियुक्त करने निर्देश दिया गया। साथ ही यह भी निर्देश दिया गया कि कहां-कहां वॉलिंटियर्स लगाना है स्थान को चिन्हित कर सूची बनाएंगे इसकी जिम्मेदारी प्रखंड विकास पदाधिकारी देव एवं अंचलाधिकारी देव को दिया गया।
मौके पर वन प्रमंडल पदाधिकारी रुचि सिंह, अपर समाहर्ता ललित भूषण रंजन, अपर समाहर्ता आपदा उपेंद्र पंडित, भूमि सुधार उपसमाहर्ता श्वेतांक लाल, सदर एसडीओ संतन कुमार सिंह, वरीय उपसमाहर्ता मेराज जमील, रत्ना प्रियदर्शनी, बेबी प्रिया एवं श्वेता प्रियदर्शी, जिला कला एवं संस्कृति पदाधिकारी कुमार पप्पू राज सभी विभाग के कार्यपालक अभियंता, प्रखंड विकास पदाधिकारी देव, अंचलाधिकारी देव, मंदिर न्याय समिति के सदस्य एवं जिला स्तरीय सभी पदाधिकारी उपस्थित रहे।