मथुरा। नवबिहार टाइम्स संवाददाता
कान्हा का आज 5251वां जन्मोत्सव है। उत्तर प्रदेश के मथुरा में सोमवार की सुबह मंगला आरती के साथ जन्माष्टमी की शुरुआत हो गई है। यहां गर्भगृह को कारागार की तरह सजाया गया है जहां रात 12 बजे कान्हा जन्म लेंगे। जन्माष्टमी को लेकर मथुरा में लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे हैं जिसके कारण यहां के सभी होटल, धर्मशाला बुक हैं। वहीं सभी मंदिरों को दुल्हन की तरह सजाया गया है जो देखने में बेहद आकर्षक और भव्य लग रहे हैं।
श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर मथुरा से लेकर गुजरात के द्वारका तक मंदिरों में विशेष पूजा की जा रही है। भगवान कृष्ण द्वापर युग में भाद्रपद महीने के कृष्ण पक्ष में अष्टमी की रात प्रकट हुए थे। इस वजह से ही जन्माष्टमी रात में मनाने की परंपरा है। मथुरा में रात 12 बजे जन्मभूमि के बिरला मंदिर में बालकृष्ण का पंचामृत अभिषेक होगा। वहीं गुजरात के द्वारकाधीश मंदिर के पट आज रात 2:30 बजे तक खुले रहेंगे।
इधर श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर रविवार को औरंगाबाद के प्रमुख मंदिरों में भगवान के भव्य श्रृंगार किए जाएंगे। आधी रात को जन्म के बाद भगवान का दूध, दही, शहद, बूरा व गंगाजल से अभिषेक किया जाएगा और उन्हें नई पोशाक धारण कराई जाएगी। इससे पूर्व शाम को मंदिरों में गुब्बारों आदि से सजावट की जाएगी। वहीं मंदिरों में कान्हा के भोग के लिए रविवार को लड्डू तैयार होते रहे।